MODLITBA ŽALMŮ ZA BUDOUCÍ NOVOKNĚZE | |||||||||||
26.1. | Ž1 | 1.2. | Ž7 | 1.3. | Z 35 | 1.4. | Z 66 | 1.5. | Z 96 | 1.6. | Ž127 |
27.1. | Ž2 | 2. 2. | Ž8 | 2.3. | Ž36 | 2. 4. | Ž67 | 2. 5. | Ž97 | 2.6. | Ž128 |
28. 1. | Ž3 | 3. 2. | Ž9 | 3.3. | Ž37 | 3. 4. | Ž68 | 3. 5. | Ž98 | 3.6. | Ž 129 |
29.1. | Ž4 | 4. 2. | Ž10 | 4.3. | Ž38 | 4. 4. | Ž69 | 4. 5. | Ž99 | 4.6. | Ž130 |
30.1. | Ž5 | 5. 2. | Žil | 5.3. | Ž39 | 5. 4. | Ž70 | 5.5. | Ž100 | 5.6. | Ž131 |
31.1. | Ž6 | 6. 2. | Ž12 | 6.3. | Ž40 | 6. 4. | Ž71 | 6. 5. | Ž 101 | 6. 6. | Ž132 |
7. 2. | Ž13 | 7.3. | Ž41 | 7. 4. | Ž72 | 7. 5. | Ž 102 | 7. 6. | Ž 133 | ||
8. 2. | Ž14 | 8.3. | Ž42 | 8. 4. | Ž73 | 8. 5. | Ž 103 | 8.6. | Ž134 | ||
9. 2. | Ž15 | 9.3. | Ž43 | 9. 4. | Ž74 | 9.5. | Ž104 | 9.6. | Ž135 | ||
10. 2. | Ž16 | 10.3. | Ž44 | 10. 4. | Ž75 | 10.5. | Ž105 | 10. 6. | Ž136 | ||
11. 2. | Ž17 | 11.3. | Ž45 | 11. 4. | Ž76 | 11.5. | Ž 106 | 11.6. | Ž 137 | ||
12. 2. | Ž18 | 12.3. | Ž46 | 12. 4. | Ž 77 | 12.5. | Ž107 | 12. 6. | Ž138 | ||
13. 2. | Ž19 | 13.3. | Ž47 | 13. 4. | Ž78 | 13.5. | Ž108 | 13. 6. | Ž139 | ||
14. 2. | Ž20 | 14.3. | Ž48 | 14. 4. | Ž79 | 14.5. | Ž 109 | 14. 6. | Ž140 | ||
15. 2. | Ž21 | 15.3. | Ž49 | 15. 4. | Ž80 | 15.5. | Ž 110 | 15.6. | Ž141 | ||
16. 2. | Ž22 | 16.3. | Ž50 | 16. 4. | Ž81 | 16.5. | Žili | 16. 6. | Ž142 | ||
17. 2. | Ž23 | 17.3. | Ž51 | 17.4. | Ž82 | 17.5. | ŽU2 | 17. 6. | Ž143 | ||
18. 2. | Ž24 | 18.3. | Ž52 | 18. 4. | Ž83 | 18.5. | Ž113 | 18. 6. | Ž144 | ||
19. 2. | Ž25 | 19.3. | Ž53 | 19. 4. | Ž84 | 19.5. | Ž 114 | 19.6. | Ž145 | ||
20. 2. | Ž26 | 20.3. | Ž54 | 20. 4. | Ž85 | 20.5. | ŽU5 | 20.6. | Ž146 | ||
21. 2. | Ž27 | 21.3. | Ž55 | 21. 4. | Ž86 | 21.5. | ŽU6 | 21.6. | Ž147 | ||
22. 2. | Ž28 | 22.3. | Ž56 | 22. 4. | Ž87 | 22.5. | ŽU7 | 22.6. | Ž 148 | ||
23. 2. | Ž29 | 23.3. | Ž57 | 23. 4. | Ž88 | 23.5. | Ž 118 | 23.6. | Ž149 | ||
24. 2. | Ž30 | 24.3. | Ž58 | 24. 4. | Ž89 | 24.5. | ŽU9 | 24.6. | Ž150 | ||
25. 2. | Ž31 | 25.3. | Ž59 | 25. 4. | Ž90 | 25.5. | Ž120 | 25.6. | DEOGRATIAS! | ||
26. 2. | Ž32 | 26.3. | Ž60 | 26. 4. | Ž91 | 26.5. | Ž121 | ||||
27. 2. | Ž33 | 27.3. | Ž61 | 27. 4. | Ž92 | 27.5. | Ž122 | ||||
28. 2. | Ž34 | 28.3. | Ž62 | 28. 4. | Ž93 | 28.5. | Ž123 | ||||
29.3. | Ž63 | 29. 4. | Ž94 | 29.5. | Ž124 | ||||||
30.3. | Ž64 | 30. 4. | Ž95 | 30.5. | Ž 125 | ||||||
31.3. | Ž65 | 31.5. | Ž 126 |
už se nám to blíží! Pokud budete chtít, můžete se přidat k modlitbě 150 žalmů dle rozpisu za kandidáty kněžství v naší arcidiecézi. Jmenovitě za mou maličkost, Josefa Biemáta (Kroměříž AG), Lukáše Gelnara (Valašské Klobouky) a Františka Saryho (Bílovice). Jde o modlitbu, kterou jsme se po léta modlili v semináři za kandidáty jáhenského a kněžského svěcení. Budu mít radost, pokud se přidáte!
Děkuji!
S úctou
Pavel Fiala, jáhen